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बुधवार, 22 दिसंबर 2010

दैनिक जागरण के फोटोग्राफर व विज्ञापन प्रभारी में मारपीट

भदोही /उत्तरप्रदेश: समाज को सत्य का आईना दिखाने वाले खबरनवीस जब खुद ही खबर बन जाय तो जरा सोचिये समाज पर उसका क्या प्रभाव पड़ेगा. देश में बढ़ी संचार क्रांति के युग में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ में कुछ ऐसे चेहरों का समावेश कर दिया है जो पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे को भी कलंकित करने से पीछे नहीं हटते. ऐसा ही हुआ बुधवार को भदोही में जब ब्लाक  प्रमुख चुनाव के दौरान दैनिक जागरण जैसे सम्मानित अख़बार के भदोही तहसील में कार्यरत विज्ञापन प्रभारी होरीलाल यादव और फोटोग्राफर सलीम खान बीच सड़क पर एक दुसरे से भिड गए, तत्पश्चात कुछ लोंगो ने हस्तक्षेप कर किसी तरह मामला शांत कराया.
 हुआ यू की भदोही विकास खंड में बसपा समर्थित प्रत्याशी विनय कुमार दुबे व निर्दलीय प्रशांत सिंह के बीच कड़े मुकाबले में विनय कुमार दुबे ने प्रशांत सिंह को परस्त कर दिया. तत्पश्चात एक दिन पूर्व विनय दुबे द्वारा प्रशांत के खिलाफ लिखाये गए हत्या के प्रयास जैसे मामले में पुलिस प्रशांत को मतगणना   के पश्चात् पकड़ कर ले जा रही थी. लिहाजा उनके समर्थक तोड़ फोड़ पर उतारू हो गए. मौके पर मौजूद होरीलाल यादव ने सलीम खान को  फोटो खींचने के लिए कहा. जिस पर दोनों के बीच तू-तू मै-मै हो गयी. और अपशब्दों की बौछार होने लगी. सलीम ने एक पुलिसकर्मी की लाठी छीनकर होरीलाल को मारने का प्रयास किया तब तक वही पर खड़े मीडियाकर्मियों ने दोनों को पकड़कर दूर कर दिया. यह घटना देखकर जहा लोग विस्मृत रह गए वही प्रशासन के बीच मीडियाकर्मियों को हंसी का पात्र बनना पड़ा.
    जरा सोचिये एक सम्मानित वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग जब ऐसी ओछी हरकतों पर उतर आयेंगे तो लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का सम्मान कब तक रहेगा.