उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर भदोही जनपद में पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ दिखाकर दो पत्रकारों के परिजनों को फंसाए जाने की न्यायिक जाँच का आदेश पंचायती राज विभाग मंत्री व विधान परिषद् सदस्य तथा बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिलाधिकारी भदोही को दिया है.
बता दे की २३ मई को भदोही जनपद के सुरियावां थाने की पुलिस ने नोट दुगुना करने वाले गिरोह का पर्दाफास करते हुए जौनपुर के अनवर नामक एक अपराधी को गिरफ्तार किया, इस मामले को प्रायोजित करते हुए पुलिस ने अपना खुन्नस निकालते हुए अमर उजाला के पत्रकार अशोक कुमार सिंह के पुत्र आशीष सिंह व दैनिक जागरण के कृष्णानंद उपाध्याय के भतीजे चन्दन उपाध्याय को फर्जी मुठभेड़ दिखाकर पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार दिखाया , इस मामले को पूर्वांचल प्रेस क्लब व प्रेस क्लब भदोही ने गंभीरता से लिया, ७ जून को दोनों संगठनो के पत्रकारों ने बैठक के उपरांत जिलाधिकारी कंचन वर्मा को पत्रक सौंपकर न्यायिक जाँच करने की मांग की किन्तु उन्होंने एस डी एम् भदोही ओम प्रकाश चौबे से साधारण जाँच कराने की बात कही, जो पत्रकारों को मंजूर नहीं था, लिहाजा आन्दोलन की रणनीति तय की गयी, जिसके तहत आमरण अनसन सहित सड़क पर उतरने की तैयारी कर ली गयी, इससे पूर्व मंडलायुक्त से एक प्रतिनिधिमंडल ने न्यायिक जाँच की मांग की, किन्तु उन्होंने मिर्ज़ापुर जनपद पुलिस से जाँच कराने का आदेश दिया, पत्रकारों को पुलिस पर से भरोषा उठ गया था, लिहाजा एक प्रतिनिधिमंडल ११ जून को लखनऊ जाकर श्री मौर्या से मिला, मामले की गंभीरता समझ उन्होंने जिलाधिकारी श्रीमती कंचन वर्मा को न्यायिक जाँच का आदेश देने को आदेशित किया है.
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